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फल-सब्ज़ियों पर लगे पेस्टिसाइड्स

 


 फल-सब्ज़ियों पर लगे पेस्टिसाइड्स कर सकते हैं लिवर और लंग्स को डैमेज़


पेस्टिसाइड्स भोजन के माध्यम से हमारे शरीर के अंदर पहुंच जाती हैं, और कई तरह से पेस्टीसाइड्स शरीर के अलग-अलग अंगों पर प्रभाव डालते हैं।

पेस्टिसाइड्स या कीटनाशकों का इस्तेमाल फसलों को बचाने के लिए किया जाता है। लेकिन इन दवाइयों का हमारे शरीर पर कई तरह से साइड-इफेक्ट (Pesticides Side Effects) होता है। पेस्टिसाइड्स की वजह से जहां मच्छर, मक्खियों और कीड़ों से फसलों को बचाना आसान हो जाता है। उसी तरह ये भोजन के माध्यम से हमारे शरीर के अंदर पहुंच जाती हैं, और कई तरह से  पेस्टीसाइड्स शरीर के अलग-अलग अंगों पर इस तरह प्रभाव डालते हैं।(Pesticides and health problems)  Also Read - क्या आप 10 बजे के बाद डिनर लेते हैं ? जल्दी डिनर खाने से दूर रहती हैं ये 6 बीमारियां, होते हैं ये भी फायदे

लंग्स को पहुंचा सकता है नुकसान:

पेस्टीसाइड्स की थोड़ी-सी मात्रा भी लंग्स डिस्फंक्शन (Pesticides Side Effects) जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। स्टडीज़ में यह बात कही गयी है कि शरीर में पेस्टीसाइड्स की मौजूदगी के कारण क्रोनिक कफ या खांसी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा अस्थमा और फेफड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं। दरअसल पेस्टिसाइड्स आपके फेफड़ों में हवा के आवगमन को कम कर देती है जिसकी वजह से आपके फेफड़ों को काम करने में दिक्कत होती है। इन बीमारियों के गम्भीर प्रभाव लंग कैसंर के रूप में भी सामने आ सकते हैं। 

लीवर पर पढ़ता है प्रभाव:

शरीर में मौजूद रक्त को साफ रखने में लीवर की भूमिका है जो शरीर में छुपे विषैले तत्वों को बाहर फेंकने का काम करता है। लेकिन बहुत अधिक पेस्टिसाइड्स का भोजन के साथ शरीर में जाने से लीवर की कार्य-प्रणाली पर भी असर पड़ता है। लीवर के लिए वेस्ट और विषैले पदार्थों को बाहर फेंकने में तकलीफ होती है। इसकी वजह से हेपेटाइटिस, लीवर डैमेज,चक्कर, उल्टी और त्वचा में पीलापन जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

इम्यूनिटी होती है कमज़ोर:

बैक्टेरिया, वायरस और ट्यूमर आदि के लिए आपके शरीर को संवेदनशील बना देते हैं। जिसके चलते आपको बार-बार बीमार होते हैं।



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