☺पपीता☺
पपीता इस्तेमाल में लाया जा सकता है.
1. कोलेस्ट्रॉल
कम करन में -
पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर होता है. ये
विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है. इन्हीं
गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है.
2.
वजन घटाने में -
एक मध्यम आकार के पपीते में 120
कैलोरी होती है. वजन
घटाने में अपनी डाइट में पपीते को जरूर शामिल करें. इसमें
मौजूद फाइबर्स वजन घटाने में
मददगार होते हैं .
3.
रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने में -
रोग प्रतिरक्षा क्षमता अच्छी हो तो बीमारियां दूर रहती हैं. पपीता
शरीर के लिए आवश्यक विटामिन सी को पूरा करता है. ऐसे
में अगर हर रोज पपीता खाते हैं तो बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी.
4.
आंखों की रोशनी बढ़ाने में -
पपीते में विटामिन सी भरपूर होता है साथ ही विटामिन ए भी
पर्याप्त मात्रा में होता है. विटामिन
ए आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही बढ़ती उम्र से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में
भी कारगर है.
5.
पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में -
पपीते के सेवन से पाचन तंत्र भी सक्रिय रहता है. पपीते
में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं जिसकी
वजह से पाचन क्रिया सही रहती है.
पपीता को गुणों की खान कहा गया है।
यह पेट और त्वचा की खूबसूरती का भी खयाल रखता है। यह कई बीमारियों से दूर रखता
है
पपीते को पेट के लिए तो वरदान माना गया
है। इसमें पेप्सिन नामक तत्व पाया जाता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है। पपीता का सेवन रोज करने
से पाचन शक्ति में वृद्धि होती है। पका पपीता पाचन शक्ति को बढ़ाता है, भूख को बढ़ाता है, मोटापे को नियंत्रित करता है और अगर खट्टी डकारें आती हैं तो पपीते का रस
उसे भी बंद कर देगा। पपीते की सब्जी बना कर खाना पेट के लिए लाभकारी होता है। पपीते
का रस अरुचि, अनिद्रा, सिरदर्द, कब्ज व आंव-दस्त आदि रोगों को ठीक करता है। भूख नहीं लगती या पेशाब ठीक से नहीं होता तो
सुबह में नियमित रूप से पके पपीते का सेवन करें। इससे भूख भी लगने लगेगी और पेशाब
से संबंधित समस्या भी दूर हो जाएगी। पपीते के रस के सेवन से खट्टी डकारें बंद हो
जाती है। यह हृदय रोग, आंतों की कमजोरी आदि को भी दूर करता
है।
कच्चे पपीते का दूध त्वचा रोग के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। पपीते का प्रयोग फेस पैक में भी करते हैं। पपीता आंखों के नीचे के काले घेरे को दूर करता है। कील-मुंहासों से परेशान हैं तो कच्चे पपीते के गूदे को शहद में मिलाकर चेहरे पर लगाएं और जब वह सूख जाए तो गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। उसके बाद मूंगफली के तेल से हल्के हाथ से चेहरे पर मालिश करें।
पपीता कफ के साथ आने वाले खून को रोकता है और खूनी बवासीर को भी ठीक करता है। हृदय रोगियों के लिए भी पपीता लाभदाक होता है। पपीते के बीज पीसकर पानी में मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
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