कार पार्क करने के बाद फोटो क्यों लेना चाहिए
1. गाड़ी की लोकेशन याद रखने के लिए
बड़े रेलवे स्टेशन पर पार्किंग एरिया बहुत बड़ा होता है और गाड़ी कहां खड़ी की थी, भूल जाना आम बात है। फोटो में पास के बोर्ड, पोल नंबर, साइनबोर्ड या आसपास की दुकानें/दृश्य मदद करती हैं।
लाभ: लौटने पर गाड़ी आसानी से ढूंढी जा सकती है।
2. चोरी या नुकसान होने पर सबूत के लिए
अगर गाड़ी के साथ कोई हादसा (जैसे चोरी, तोड़फोड़, डेंट, स्क्रैच, टायर पंचर) होता है, तो आपके पास उस समय की स्थिति का फोटो प्रूफ रहेगा।
लाभ: पुलिस FIR, इंश्योरेंस क्लेम या पार्किंग अथॉरिटी में शिकायत करते वक्त ये फोटो काम आएगा।
3. दिन, समय और पार्किंग कंडीशन रिकॉर्ड करने के लिए
ज्यादातर मोबाइल कैमरा फोटो खींचते समय डेट और टाइम स्टैम्प सेव करता है।
अगर आपसे पूछा जाए कि आपने कब गाड़ी पार्क की थी, तो आप आसानी से दिखा सकते हैं।
लाभ: पार्किंग विवाद, टोइंग की स्थिति या गलत चालान से बचाव।
4. गलत चालान या टोइंग का बचाव
कई बार गलत जगह पर गाड़ी नहीं लगाई होती, फिर भी चालान कट जाता है या गाड़ी टो हो जाती है।
उस स्थिति में फोटो से यह साबित कर सकते हैं कि आपने गाड़ी अधिकृत पार्किंग में, सही तरीके से और नियम के तहत खड़ी की थी।
लाभ: बेवजह के चालान से छुटकारा और कानूनी बचाव।
5. पार्किंग स्लिप खो जाए तो वैकल्पिक प्रमाण
अगर आपने पार्किंग टिकट ले रखा है लेकिन वो खो गया, तो गाड़ी की तस्वीर में अगर स्लिप डैशबोर्ड पर रखी हो, तो उसका फोटो काम आ सकता है।
क्या फोटो में क्या-क्या शामिल हो:
कार की नंबर प्लेट प्रूफ कि यह आपकी ही गाड़ी है
आस-पास का माहौल पहचानने में मदद
पास की बोर्ड/दुकानें लोकेशन याद रखने के लिए
डेट-टाइम वाला स्क्रीनशॉट समय का सबूत
Google Photos या WhatsApp में खुद को भेज दीजिए ताकि कहीं भी जरूरत पर मिल जाए।
अगर पार्किंग पेड है, तो स्लिप की फोटो भी खींच लीजिए।
रेलवे स्टेशन पर गाड़ी पार्क करते वक्त फोटो लेना एक छोटी-सी, लेकिन बहुत उपयोगी आदत है।
यह न सिर्फ आपको गाड़ी ढूंढने में मदद करेगा, बल्कि चोरी, नुकसान, चालान या इंश्योरेंस क्लेम जैसी स्थितियों में कानूनी तौर पर भी फायदेमंद रहेगा
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