Skip to main content

रिपेलेंट स्प्रे बना सकते हैं और काम भी अच्छा करता है।

 घर पर भी आप ऐसा रिपेलेंट स्प्रे बना सकते हैं और काम भी अच्छा करता है।

घर पर बनाने का तरीका 

सामग्री:

लाल मिर्च पाउडर (चिल्ली पाउडर) – 2 चम्मच

काली मिर्च पाउडर – 1 चम्मच

लहसुन की 4–5 कलियाँ (कुचली हुई)

पानी – 500 ml

थोड़ा सा नीम का तेल (5–10 बूंद) या सरसों का तेल (optional, असर और बढ़ेगा)

बनाने की विधि:

1. पानी को हल्का गर्म करें।

2. उसमें लाल मिर्च, काली मिर्च और लहसुन डालकर 10–15 मिनट तक उबालें।

3. ठंडा होने पर छान लें और स्प्रे बोतल में भर लें।

4. चाहें तो इसमें कुछ बूंदें नीम का तेल/सरसों का तेल डाल दें ताकि गंध ज्यादा टिके।

इस्तेमाल:

कार के बोनट के अंदर और वायरिंग के आसपास हल्का स्प्रे कर दीजिए।

2–3 हफ्ते बाद दोबारा करें।

 इसमें Capsaicin (लाल मिर्च का तीखा तत्व) और Sulphur (लहसुन) होते हैं, जिनकी गंध और जलन चूहे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर पाते और वायरिंग से दूर रहते हैं।

ध्यान दें: सीधे वायरिंग या इलेक्ट्रिकल कनेक्शन पर बहुत गीला करके न डालें। बस हल्का-सा स्प्रे करें 

Comments

Popular posts from this blog

सूक्ष्म व्यायाम, स्थूल व्यायाम

  सूक्ष्म व्यायाम                 उच्चारण स्थल तथा विशुद्व चक्र की शुद्वी   (ज्ीतवंज ंदक अवपबम)-- सामने देखते हुए श्वास प्रश्वास करना है। प्रार्थना - बुद्वी तथा घृति शक्ति विकासक क्रिया (उपदक ंदक ूपसस चवूमत कमअमसवचउमदज) - शिखामंडल में देखते हुए श्वास प्रश्वास की क्रिया करना है। स्मरण शक्ति विकासक (उमउवतल कमअमसवचउमदज) - डेढ़ गज की दुरी पर देखते हुए श्वास प्रश्वास की क्रिया करें। मेघा शक्ति विकासक(प्दजमससमबज कमअमसवचउमदज) - ठुढ़ीे कंठ कुप से लगाकर ग्रीवा के पीछे गढ़ीले स्थान पर ध्यान रखकर श्वास प्रश्वास करें। नेत्र शक्ति विकासक (मलम ेपहीज) - दोनों नेत्रें से भ्रूमध्य उपर आशमान की तरफ देखें। कपोल शक्ति विकासक(बीमबा तमरनअमदंजपवद) -   मुख को कौए की चोंच की भाती बनाकर वेग से श्वास अंदर खीचें। ठुढ़ी को कंठ-कुप से लगाकर नेत्र बंद करके कुंभक करें। कर्ण शक्ति विकासक (भ्मंतपदह चवूमत कमअमसवचउमदज) - इसमें नेत्र , कान , नाक , मुख बंद करते हुए पुनः मुख को कौए की चोंच के समान बनाकर वायु खींचकर गाल फुलाक...

चलती कार को ढलान (उतार) पर न्यूट्रल करना या क्लच दबाकर चलाना न सिर्फ तकनीकी रूप से गलत है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है

 चलती कार को ढलान (उतार) पर न्यूट्रल करना या क्लच दबाकर चलाना न सिर्फ तकनीकी रूप से गलत है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है। वैज्ञानिक और यांत्रिक (Mechanical + Safety) दृष्टिकोण से विस्तारपूर्वक समझते हैं: 🚫 1. न्यूट्रल में गाड़ी को उतारने के नुकसान: 🔧 तकनीकी दृष्टिकोण: न्यूट्रल में डालने का मतलब है कि इंजन का कार के पहियों से कोई संबंध नहीं होता। यानी, इंजन ब्रेकिंग नहीं होती। इससे गाड़ी पूरी तरह गुरुत्वाकर्षण (gravity) पर चल रही होती है। स्पीड तेजी से बढ़ती है, लेकिन कंट्रोल कम होता है। ⚠️ खतरनाक परिणाम: अगर अचानक मोड़ आए या आगे कोई गाड़ी रुकी हो तो कार को रोकने में बहुत समय और दूरी लगती है। ब्रेक फेल हो जाए तो आपके पास कंट्रोल का कोई और साधन नहीं रहता। न्यूट्रल में गाड़ी स्लो नहीं होती, बल्कि तेजी से फिसलती है, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। ✅ इंजन ब्रेकिंग क्या होती है और क्यों जरूरी है? जब आप गाड़ी को गियर में रखते हैं, तो इंजन भी व्हील को रोकने में मदद करता है। इससे ब्रेक पर लोड कम पड़ता है और वाहन आसानी से नियंत्रित रहता है। 🚫 2. ढलान पर क्लच दबाकर गाड़ी चलाना क्यों खत...

मैनुअल कार ड्राइविंग: गियर, क्लच, ब्रेक और रेस पेडल:

  English swap_horiz Hindi Source text clear 1,785  / 5,000 Translation results Translation result मैनुअल कार ड्राइविंग: गियर, क्लच, ब्रेक और रेस पेडल: 🚗 1. क्लच पेडल (बायां पेडल) उद्देश्य: इंजन को पहियों से जोड़ता या अलग करता है। पूरी तरह से दबाएँ: गियर बदलते समय (पहला से पाँचवाँ, या रिवर्स)। धीरे-धीरे छोड़ें: स्टॉलिंग से बचने के लिए पहले गियर में शुरू करते समय। क्लच पर न चढ़ें: शिफ्ट करने के बाद पैर दूर रखें। ⚙️ 2. गियर शिफ्टिंग गियर लीवर की स्थिति: आमतौर पर पहला से पाँचवाँ + रिवर्स (R)। पैटर्न उदाहरण: 1 3 5 |---|---| 2 4 R गियर का उपयोग: पहला गियर: स्टॉप से ​​आगे बढ़ना, भारी ट्रैफ़िक। दूसरा गियर: धीमी गति से मोड़, धक्के। तीसरा गियर: शहर की गति (25-35 किमी/घंटा)। चौथा गियर: 40-50 किमी/घंटा। पांचवां गियर: हाईवे के लिए 50+ किमी/घंटा। रिवर्स: पीछे की ओर बढ़ना। 🏁 3. रेस पेडल / एक्सीलरेटर (राइट पेडल) फंक्शन: इंजन की शक्ति और गति बढ़ाता है। धीरे-धीरे दबाएँ: पहले गियर में क्लच छोड़ते समय। उच्च गियर में उपयोग करें: गति बनाए रखने या आगे निकलने के...