महिलाओ के लिए गर्भनिरोधक उपाय – प्रेग्नेंट ना होने के उपाय
1. गर्भनिरोधक गोलियां
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए बहुत सारी महिलाये गर्भनिरोधक गोली का है। ये गोलियां खाना बहुत आसान है, लेकिन ये असर तभी करती हैं जब हर दिन इन्हें एक निश्चित समय पर नियमित रूप से लिया जाए। बाजार में कई तरह की गर्भ निरोधक दवाएं आती हैं, जिनमें से किसी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन दोनों होते हैं, तो किसी में केवल प्रोजेस्टिन होता है। कई महिलाएं दोनों हार्मोन वाली दवा लेती हैं, जिसे कॉम्बिनेशन पिल कहा जाता है।
2. प्रजनन जागरूकता प्रक्रिया
ये प्रक्रिया आपको अपने पीरियड के चक्र से पता लगेगी की आपका ओवुलेशन कब है। ओवुलेशन मतलब ओवरी में से अंडे का बहार नीकलना और फॉलोपियन ट्यूब में आके रुकना। ओवुलेशन तब होता है जब महिला में अंडाशय अंडे को बहार निकालती है। ज्यादातर महिलाओ का मासिक धर्म चक्र (menstrual cycle) 28 दिनों का होता है। महिला का ओवुलेशन उनके पीरियड आने के 12 – 14 दिन पहले होता है। और उस दौरान अगर आप संबंध बनाते हो तो आपके प्रेगनेंसी रहने की ज्यादा संभावना रहती है। इस लिए आपको ओवुलेशन समय पे सावधानी रखनी पड़ेगी जिस से आप प्रेग्नेंट ना हो।
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3. वैजाइनल रिंग
वैजिनल रिंग एक रिंगनुमा गर्भनिरोध है जो फ्लेक्सिबल प्लास्टिक का बना होता है। इसे 3 हफ़्तों तक अपने वैजाइना में लगाए रखना होता है। गर्भनिरोधक गोलियों की तरह ये भी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टीन हॉर्मोन रिलीज करता है। हर महीने पीरियड्स के दौरान इसे वैजाइना से निकाल देना होता है। पीरियड्स खत्म होने के बाद इसे फिर वैजाइना में फिट करना होता है जिस से आप अनचाहे गर्भ से बच सकते है।
4. बर्थ कंट्रोल पैच
प्रेगनेंसी से बचने के लिए ये प्लास्टिक का पतला पैच होता है। ये पैच हार्मोन को अवशोषित करता है, जो अंडे को महिला के अंडाशय में जाने से रोकता है और अनचाहे गर्भ से बचाता है। यह पैच शरीर की त्वचा पर लगाया जाता है। इसे कूल्हे पर, पेट पर या हाथ के ऊपरी भाग पर कहीं भी लगा सकते हैं।
5. गर्भ निरोधक प्रत्यारोपण
गर्भनिरोधक प्रत्यारोपण एक छोटी और पतली रॉड होती है, जो माचिस की तीली जैसी दिखती है। डॉक्टर इसे आपके हाथ में डालते हैं। यह एक ऐसा हार्मोन जारी करती है, जो आपको 3-4 साल तक गर्भावस्था से बचा सकती है। इसके अलावा, जब आप प्रेगनेंसी कंसीव करना चाहें, तो डॉक्टर की मदद से इसे निकलवा भी सकते हैं।
6. हॉर्मोन के इंजेक्शन
ये सामान्य रूप से इस्तेमाल किये जाने वाले इंजेक्शंस की ही तरह होते हैं। इनके जरिए प्रोजेस्टिन हॉर्मोन हमारे शरीर में पहुंचाया जाता है। ये हॉर्मोन हमें प्रेगनेंसी से बचाने के लिए हमारे ऑव्युलेशन को रोक देता है। इसके साथ ही ये सर्विक्स को भी मोटा करता है जिससे पुरुष का स्पर्म अंदर प्रवेश ना कर सके। ये काफी सुरक्षित तरीका है जो एक बार इंजेक्शन लगवाने के 3 महीनों तक असरदार रहता है।
7. इंट्रायूट्रिन डिवाइस
गर्भधारण को रोकने के लिए गर्भाशय में इस छोटे-से डिवाइस को डाला जाता है, जिसे सबसे सुरक्षित माना जाता है। इसकी खास बात ये भी है कि इसे निकलवाने के बाद आप गर्भवती हो सकती हैं। ये सबसे सुरक्षित, सस्ता, लंबे समय तक चलने वाला और कारगर उपाय है। यह डिवाइस दो प्रकार का होता है जैसे की,
कॉपर टी – ये गर्भाशय में 5 से 10 साल तक रह सकता है।
हार्मोनल आईयूडी – ये गर्भाशय में 5 साल तक रह सकता है।
8. मॉर्निंग आफ्टर पिल्स
इस गोली को इमरजेंसी गर्भनिरोध कहा जाता है। ये नियमित रूप से खाने वाली गोली नहीं हैं, बल्कि इमरजेंसी की स्थिति में लेनी चाहिए और तब ही जब आप कोई दूसरा गर्भ निरोध इस्तेमाल करना भूल गई हों। क्युकी इनमें प्रोजेस्टिन हॉर्मोन का बहुत अधिक डोज़ होता है, जो सेक्स के 72 घंटे के अंदर लिए जाने पर प्रेगनेंसी को रोक देता है।
9. महिला नसबंदी
महिला नसबंदी गर्भधारण को स्थायी रूप से रोकने के लिए किया जाता है। इसमें फैलोपियन ट्यूब को बांध दिया जाता है, जिससे अंडे शुक्राणुओं तक नहीं पहुंच पाते। और आप अनचाहे गर्भ से बच सकते है।
10. ऑपरेशन
ऑपरेशन एक अचूक तरीका है गर्भ निरोधक के लिए। जब कोई महिला ये सोच लेती है कि वो अब बच्चा नहीं पैदा करेगी तब वो ऑपरेशन करवा सकती है। इस ऑपरेशन में महिला की दोनों फैलोपियन ट्यूब में छोटा सा कट लगाकर उन्हें सिल दिया जाता है। इससे ओवरी में बनने वाले एग स्पर्म के संपर्क में नहीं आते। और ये एक सुरक्षित तरीका है और इसका महिला की सेक्स लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ता।
11. डायाफ्राम
डायफ्राम एक कप की तरह होता है जो महिला की योनि में डाला जाता है और ये सेक्स के दौरान गर्भाशय को ढक देता है जिसकी वजह से गर्भ नहीं ठहरता।
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