सुबह खाली पेट भीगे हुए चने खाने से शरीर में कई तरह के लाभ और बदलाव होते हैं। चने में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और खनिज भरपूर मात्रा में उपस्थित होता हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं।इसे आप अपने आहार में शामिल करना चाहते हैं, तो भिगोने के बाद अच्छे से धोकर खाएं और इसे अन्य स्वस्थ खाद्य पदार्थों के साथ भी खा सकते हैं।कुछ महत्वपूर्ण बातें
*पाचन तंत्र पर प्रभाव:चने में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या को कम करता है।यह पाचन क्रिया को मजबूत करता है।
*ऊर्जा :चने में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और आपको पूरे दिन स्फूर्ति बनाए रखते हैं।इसमें मौजूद आयरन और फोलिक एसिड रक्त संचार को बेहतर करने का काम करते हैं।
*वजन नियंत्रण:चनों में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा लंबे समय तक तृप्ति का एहसास कराती है, जिससे ज्यादा खाने की आदत कम होती जाती है,पेट भरा हुआ लगता है जिसके कारण वजन नियंत्रित रहता है।
*इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना:चनों में जिंक, सेलेनियम, और विटामिन C जैसे इम्यून-बूस्टिंग पोषक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर की सुरक्षा प्रदान करते है और मजबूत बनाते हैं।
*हृदय संबंधित:चनों में पोटेशियम और मैग्नीशियम की उपस्थिति रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है और हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते है।
*डायबिटीज़:चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है, जो डायबिटीज वाले मरीजों के लिए अच्छा है।
*त्वचा एवं बालों पर प्रभाव:चनों में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं जिससे निखार बना रहता है।प्रोटीन और विटामिन के कारण बालों की वृद्धि भी बेहतर होती है और बाल अधिक घने होते जाते है। चने में मौजूद प्रोटीन और आयरन बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं, जिससे बालों का झड़ना कम होता है।
*मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव:चनों में मैग्नीशियम होता है, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है ताकि शरीर स्वस्थ और हस्तपुष्ट रह सके।
*हार्मोन संतुलन करने में:चने में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन्स हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं जिससे शरीर स्वस्थ रहता है।
*हड्डियों की सेहत में सुधार:चनों में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचा जा सकता हैं।चनों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द, गठिया, और सूजन जैसी समस्याओं में राहत प्रदान कर सकते हैं।
👉ध्यान देने योग्य बात:
हालांकि चने के फायदे बहुत हैं, लेकिन कुछ लोगों को यह गैस या पेट फूलने की समस्या दे सकता है। अगर आप दिनभर कुछ भारी काम नहीं करते बस बैठे रहने वाला काम(ऑफिस वर्क)करते है तो इसे पचने में दिक्कत होगी जो गैस वगैरा की समस्या उत्पन्न करेंगे ।यदि आपको कोई एलर्जी ,पाचन संबंधी समस्या है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले ताकि शरीर को कुछ नुकसान न पहुंचे।
👉खाने का तरीका:*इन्हें थोड़ा भूनकर या भाप में पकाकर भी खा सकते हैं जिससे ओर लाभ मिल सके।**चनों को रातभर पानी में भिगोएं और अगले दिन ताजे पानी से धो लें।***इन्हें नींबू, चाट मसाला, नमक, धनिया पत्ती के साथ खा सकते हैं या सलाद में मिला सकते हैं।
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