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पेट्रोल और डीजल दोनों प्रकार की कारों में विभिन्न प्रकार के फिल्टर होते हैं जो विभिन्न कार्यों को पूरा करते हैं

 पेट्रोल और डीजल दोनों प्रकार की कारों में विभिन्न प्रकार के फिल्टर होते हैं जो विभिन्न कार्यों को पूरा करते हैं। यहाँ पेट्रोल और डीजल कारों में पाए जाने वाले फिल्टरों की सूची दी गई है:

तीन महिना मे कार की फिल्टर चेंज जरूर करवा लेना चाहिए। 

पेट्रोल कार में फिल्टर

1. *एयर फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन में जाने वाली हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

2. *फ्यूल फिल्टर*: यह फिल्टर ईंधन प्रणाली में जाने वाले ईंधन को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

3. *ओइल फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन के तेल को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

4. *केबिन एयर फिल्टर*: यह फिल्टर कार के अंदर की हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।


डीजल कार में फिल्टर

1. *एयर फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन में जाने वाली हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

2. *फ्यूल फिल्टर*: यह फिल्टर ईंधन प्रणाली में जाने वाले ईंधन को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

3. *ओइल फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन के तेल को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

4. *केबिन एयर फिल्टर*: यह फिल्टर कार के अंदर की हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है।

5. *डीजल पार्टिकुलेट फिल्टर (DPF)*: यह फिल्टर डीजल इंजन से निकलने वाले धुएं और प्रदूषकों को रोकता है।


फिल्टर बदलने की आवश्यकता

फिल्टर बदलने की आवश्यकता कार के प्रकार, उपयोग और उम्र पर निर्भर करती है। आम तौर पर, फिल्टर को निम्नलिखित किलोमीटर पर बदलना चाहिए:


- एयर फिल्टर: 15,000 से 30,000 किलोमीटर

- फ्यूल फिल्टर: 15,000 से 30,000 किलोमीटर

- ओइल फिल्टर: 5,000 से 10,000 किलोमीटर

- केबिन एयर फिल्टर: 12,000 से 18,000 किलोमीटर

- डीजल पार्टिकुलेट फिल्टर (DPF): 50,000 से 100,000 किलोमीटर


फिल्टर नहीं बदलने के नुकसान

फिल्टर नहीं बदलने से कई नुकसान हो सकते हैं:


- इंजन की दक्षता में कमी

- ईंधन की खपत में वृद्धि

- इंजन के घटकों को नुकसान

- वायु प्रदूषण में वृद्धि

- कार के प्रदर्शन में कमी


इसलिए, फिल्टर को नियमित रूप से बदलना महत्वपूर्ण है ताकि कार के प्रदर्शन और दक्षता को बनाए रखा जा सके।

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