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Showing posts from 2024

पुरानी सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद

 पुरानी सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद, यह बहुत जरूरी है कि आप कार की सर्विसिंग करवाएं। यह न केवल कार की सुरक्षा और प्रदर्शन को सुनिश्चित करता है, बल्कि यह आपको कार की वास्तविक स्थिति के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं जो आप कार में सर्विसिंग के नाम पर करवाना चाहिए: 1. ऑयल और फिल्टर चेंज कार के इंजन ऑयल और फिल्टर को बदलना बहुत जरूरी है। यह कार के इंजन को सुरक्षित और स्वच्छ रखता है। 2. ब्रेक पैड और रोटर चेक कार के ब्रेक पैड और रोटर की जांच करवाएं। यदि वे खराब हैं, तो उन्हें बदलना आवश्यक है। 3. टायर चेक और बैलेंसिंग कार के टायर की जांच करवाएं और उन्हें बैलेंस कराएं। यह कार के हैंडलिंग और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। 4. बैटरी चेक कार की बैटरी की जांच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उसे बदलें। 5. एयर फिल्टर चेक कार के एयर फिल्टर की जांच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उसे बदलें। 6. स्पार्क प्लग चेक कार के स्पार्क प्लग की जांच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उन्हें बदलें। 7. बेल्ट और होज चेक कार के बेल्ट और होज की जांच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उन्हें बदलें। 8. सस्पें...

कार में चाबी लगाने के बाद 15 सेकंड रुकने और फिर स्टार्ट करने की सलाह अक्सर दी जाती है,

 कार में चाबी लगाने के बाद 15 सेकंड रुकने और फिर स्टार्ट करने की सलाह अक्सर दी जाती है फायदे 1. *इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की तैयारी*: आधुनिक कारों में कई इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम होते हैं, जैसे कि इंजन कंट्रोल यूनिट (ECU), ट्रांसमिशन कंट्रोल मॉड्यूल (TCM), और अन्य सेंसर। जब आप चाबी लगाते हैं, तो ये सिस्टम सक्रिय हो जाते हैं और अपनी जांच शुरू कर देते हैं। 15 सेकंड रुकने से इन सिस्टमों को पूरी तरह से सक्रिय होने और अपनी जांच पूरी करने का समय मिलता है। 2. *बैटरी और अल्टरनेटर की सुरक्षा*: जब आप चाबी लगाते हैं और तुरंत स्टार्ट कर देते हैं, तो बैटरी और अल्टरनेटर पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। 15 सेकंड रुकने से बैटरी और अल्टरनेटर को अपनी क्षमता के अनुसार ऊर्जा प्रदान करने का समय मिलता है, जिससे उनकी सुरक्षा और आयु बढ़ जाती है। 3. *इंजन की सुरक्षा*: इंजन को स्टार्ट करने से पहले 15 सेकंड रुकने से इंजन के ऑयल पंप और अन्य घटकों को अपनी क्षमता के अनुसार काम करने का समय मिलता है। इससे इंजन की सुरक्षा और आयु बढ़ जाती है। नुकसान 1. *इंजन की असमय खराबी*: यदि आप चाबी लगाने के तुरंत बाद स्टार्ट कर देते हैं, तो...

पेट्रोल कार में सर्विसिंग में कई जरूरी कार्य शामिल होते हैं जो आपकी गाड़ी को अच्छी तरह से चलाने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ जरूरी कार्य दिए गए हैं जो आपको सर्विसिंग में करवाने चाहिए

 पेट्रोल कार में सर्विसिंग में कई जरूरी कार्य शामिल होते हैं जो आपकी गाड़ी को अच्छी तरह से चलाने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ जरूरी कार्य दिए गए हैं जो आपको सर्विसिंग में करवाने चाहिए: इंजन संबंधी कार्य 1. *इंजन ऑयल चेंज*: इंजन ऑयल को नियमित रूप से बदलना चाहिए ताकि इंजन साफ और सुरक्षित रहे। 2. *फिल्टर चेंज*: एयर फिल्टर, फ्यूल फिल्टर, और ऑयल फिल्टर को नियमित रूप से बदलना चाहिए ताकि इंजन साफ और सुरक्षित रहे। 3. *स्पार्क प्लग चेंज*: स्पार्क प्लग को नियमित रूप से बदलना चाहिए ताकि इंजन अच्छी तरह से चले। 4. *वाल्व क्लीनिंग*: वाल्व को नियमित रूप से साफ करना चाहिए ताकि इंजन अच्छी तरह से चले। ब्रेक संबंधी कार्य 1. *ब्रेक पैड चेक*: ब्रेक पैड की जांच करनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो उन्हें बदलना चाहिए। 2. *ब्रेक फ्लुइड चेक*: ब्रेक फ्लुइड की जांच करनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो उसे बदलना चाहिए। टायर संबंधी कार्य 1. *टायर प्रेशर चेक*: टायर प्रेशर की जांच करनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो उसे समायोजित करना चाहिए। 2. *टायर ट्रेड चेक*: टायर ट्रेड की जांच करनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो टायर को बदलना चाहिए।...

कार को घाट पर से उतरते समय न्यूट्रल नहीं करना चाहिए और न ही क्लच दबाना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सुझाव है जो कार चालकों को घाट पर से उतरते समय अपनी सुरक्षा और कार की सुरक्षा के लिए ध्यान में रखना चाहिए।

 कार को घाट पर से उतरते समय न्यूट्रल नहीं करना चाहिए और न ही क्लच दबाना चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सुझाव है जो कार चालकों को घाट पर से उतरते समय अपनी सुरक्षा और कार की सुरक्षा के लिए ध्यान में रखना चाहिए। न्यूट्रल में उतरने के नुकसान जब आप घाट पर से उतरते समय न्यूट्रल में उतरते हैं, तो आपकी कार का इंजन और गियरबॉक्स आपकी कार को नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं। इससे आपकी कार का नियंत्रण खोने का खतरा बढ़ जाता है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसके अलावा, न्यूट्रल में उतरने से आपकी कार के ब्रेकों पर भी दबाव बढ़ जाता है, जो उन्हें खराब कर सकता है। इससे आपकी कार की सुरक्षा और प्रदर्शन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। क्लच दबाने के नुकसान जब आप घाट पर से उतरते समय क्लच दबाते हैं, तो आपकी कार का इंजन और गियरबॉक्स आपकी कार को नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं। इससे आपकी कार का नियंत्रण खोने का खतरा बढ़ जाता है, जो दुर्घटना का कारण बन सकता है। इसके अलावा, क्लच दबाने से आपकी कार के इंजन और गियरबॉक्स पर भी दबाव बढ़ जाता है, जो उन्हें खराब कर सकता है। इससे आपकी कार की सुरक्षा और प...

लंबी दूरी की यात्रा पर जाने से पहले कार की जाँच करना बहुत जरूरी है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं जिन्हें आपको एक दिन पहले चेक करना चाहिए:

 लंबी दूरी की यात्रा पर जाने से पहले कार की जाँच करना बहुत जरूरी है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं जिन्हें आपको एक दिन पहले चेक करना चाहिए: इंजन और प्रदर्शन 1. *इंजन ऑयल*: इंजन ऑयल का स्तर चेक करें और यदि आवश्यक हो तो ऑयल बदलें। 2. *कूलेंट*: कूलेंट का स्तर चेक करें और यदि आवश्यक हो तो कूलेंट बदलें। 3. *एयर फिल्टर*: एयर फिल्टर की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 4. *स्पार्क प्लग*: स्पार्क प्लग की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। ब्रेक और सस्पेंशन 1. *ब्रेक पैड*: ब्रेक पैड की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 2. *ब्रेक फ्लुइड*: ब्रेक फ्लुइड का स्तर चेक करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 3. *सस्पेंशन*: सस्पेंशन की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। टायर और व्हील 1. *टायर प्रेशर*: टायर प्रेशर की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 2. *टायर ट्रेड*: टायर ट्रेड की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 3. *व्हील बेयरिंग*: व्हील बेयरिंग की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स 1. *बैटरी*: बैटरी की जाँच करें और यदि आवश्यक हो तो बदलें। 2. *हेडलाइट और टेल...

पंच तत्व

  पंच  तत्व - पृथ्वी, आकाश, अग्नि, जल, वायु पाँच देवता - गणेश, दुर्गा, विष्णु, शंकर, सुर्य पाँच ज्ञानेन्द्रिय- आंख, नाक, कान, जीभ, त्वचा पाँच कर्मेन्दिय - हाथ, पैर, मुंह, गुदा, लिंग पाँच पूजा उपचार - गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य पाँच अमृत - दूध, दही, तुप, मध, साखर पाँच स्वाद - मीठा, नमकीन, खट्टा, कड़वा, उमामी या चरपरा पाँच वायु- प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान पाँच पान - आम, पीपल, बरगद, गुलर, अशोक पाँच कन्या - अहिल्या, तारा, मंदोदरी, कुंती, द्रौपदी पाँच अंगुलिया - अँगूठा, तर्जनी, मध्यमा, अनामिका, कनिष्ठा पाँच प्रेत - भूत, पिशाच, वैताल, कुष्मांड, ब्रह्मराक्षस पाँच वटवृक्ष - सिद्धवट (उज्जैन), अक्षयवट (प्रयागराज), बोधिवट (बोधगया), वंशीवट (वृंदावन), साक्षीवट (गया)

बैटरी के वायर निकलने से कई फायदे

 बैटरी के वायर निकलने से कई फायदे हो सकते हैं: बैटरी के वायर निकलने के फायदे 1. _बैटरी की सेहत में सुधार_: बैटरी के वायर निकलने से बैटरी की सेहत में सुधार हो सकता है। इससे बैटरी की क्षमता बढ़ सकती है और वह लंबे समय तक चल सकती है। 2. _बैटरी की जीवनकाल में वृद्धि_: बैटरी के वायर निकलने से बैटरी की जीवनकाल में वृद्धि हो सकती है। इससे बैटरी को जल्दी बदलने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। 3. _कार की शुरुआत में सुधार_: बैटरी के वायर निकलने से कार की शुरुआत में सुधार हो सकता है। इससे कार आसानी से शुरू हो जाती है और उसकी प्रदर्शन में सुधार होता है। 4. _बैटरी की सुरक्षा में वृद्धि_: बैटरी के वायर निकलने से बैटरी की सुरक्षा में वृद्धि हो सकती है। इससे बैटरी में शॉर्ट सर्किट की संभावना कम हो जाती है और वह सुरक्षित रूप से काम करती है। बैटरी के वायर निकलने की प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में समझा जा सकता है: बैटरी के वायर निकलने की प्रक्रिया 1. _बैटरी को निकालें_: सबसे पहले, बैटरी को कार से निकालें। 2. _वायर को निकालें_: इसके बाद, वायर को बैटरी से निकालें। 3. _वायर को साफ करें_: वायर को साफ करें और ...

गियर बदलने के नियम

 गियर बदलना ड्राइविंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह जानना कि कब कौन सा गियर लगाना चाहिए, एक अच्छे ड्राइवर के लिए बहुत जरूरी है। यहाँ एक विस्तृत गाइड है जो आपको बताएगी कि कब कौन सा गियर लगाना चाहिए: गियर बदलने के नियम 1. *पहला गियर (1st Gear)*: पहला गियर तब लगाना चाहिए जब आप गाड़ी को शुरू कर रहे हों। यह गियर गाड़ी को धीरे-धीरे आगे बढ़ने में मदद करता है। 2. *दूसरा गियर (2nd Gear)*: दूसरा गियर तब लगाना चाहिए जब गाड़ी की गति 5-10 किमी/घंटा हो। यह गियर गाड़ी को मध्यम गति से चलने में मदद करता है। 3. *तीसरा गियर (3rd Gear)*: तीसरा गियर तब लगाना चाहिए जब गाड़ी की गति 15-20 किमी/घंटा हो। यह गियर गाड़ी को तेज गति से चलने में मदद करता है। 4. *चौथा गियर (4th Gear)*: चौथा गियर तब लगाना चाहिए जब गाड़ी की गति 40किमी/घंटा हो। यह गियर गाड़ी को उच्च गति से चलने में मदद करता है। 5. *पांचवां गियर (5th Gear)*: पांचवां गियर तब लगाना चाहिए जब गाड़ी की गति 55 किमी/घंटा हो। यह गियर गाड़ी को बहुत उच्च गति से चलने में मदद करता है। 6. *रिवर्स गियर (Reverse Gear)*: रिवर्स गियर तब लगाना चाहिए जब आप गाड़ी को...

पॉपुलर

पॉपुलर की लकड़ी की मांग देश-विदेश में है.  पॉपुलर की खेती से जुड़ी कुछ खास बातेंः   पॉपुलर की खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी चाहिए.  मिट्टी में कार्बनिक तत्वों की मात्रा ज़्यादा होनी चाहिए. ।  पॉपुलर के पौधों को 6.5 से 7.5 पीएच वाली मिट्टी में लगाना चाहिए.। पॉपुलर के पौधों को 5-5 मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए. ।  पॉपुलर के पौधों को जनवरी से फ़रवरी के बीच रोपा जाना चाहिए.  ।   रोपाई से पहले नए पौधों को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए फ़ंगसनाशी से उपचार करना चाहिए.  ।   पॉपुलर के पौधों को मौसम के मुताबिक सामान्य सिंचाई की ज़रूरत होती है. ।  पॉपुलर के पेड़ों के बीच गन्ने, हल्दी, आलू, धनिया, टमाटर आदि को भी उगाया जा सकता है. ।  पॉपुलर की लकड़ी से वुडन का सजावटी सामान, माचिस की तीलियां, क्रिकेट बल्ला, विकेट, कैरमबोर्ड और गोटियां, दियासलाई आदि सामान बनता  है। 

एलन मस्क

 एलन मस्क: वो इंसान जिसने असंभव को संभव कर दिखाया एलन मस्क, एक ऐसा नाम जो कल्पना से परे सोचता है और उसे हकीकत में बदल देता है। बचपन में जिन्हें लोग "Daydreamer" कहते थे, वो आज दुनिया के सबसे बड़े इनोवेटर्स और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत, और जुनून का एक ऐसा मेल है, जो हर किसी को अपनी ओर खींचता है।   एलन मस्क कौन हैं ?  28 जून 1971 को दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में जन्मे एलन मस्क बचपन से ही विज्ञान और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखते थे। महज 12 साल की उम्र में उन्होंने एक वीडियो गेम "ब्लास्टार" बनाया और इसे 500 डॉलर में बेच दिया। स्कूल में वे अक्सर बुलींग का शिकार हुए, लेकिन उनका फोकस कभी नहीं टूटा।   जब उनसे पूछा गया कि वे इतने बड़े सपने कैसे देखते हैं, तो उनका जवाब था, "अगर आपको बदलाव चाहिए, तो आपको उसकी शुरुआत खुद करनी होगी।" उनकी अद्भुत सफलताएँ 1. पेपल (PayPal): 1999 में, उन्होंने X. com की शुरुआत की, जो आज के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम का आधार बना। बाद में, यह PayPal बन गया और eBay ने इसे 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया। ...

कार चलना सिखाने वाले जो ड्राइविंग अभी-अभी सीख रहे हैं

 कार चलना सिखाने वाले जो ड्राइविंग अभी-अभी सीख रहे हैं, उनको गियर बदलने की प्रक्रिया को समझना बहुत जरूरी है। यहाँ गियर बदलने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है: *गियर बदलने की प्रक्रिया:* 1. *क्लच दबाना*: गियर बदलने के लिए सबसे पहले क्लच को पूरी तरह से दबाएं। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया शुरू होती है। 2. *गियर बदलना*: क्लच दबाने के बाद, गियर बदलने के लिए गियर लीवर को घुमाएं। गियर बदलने के लिए निम्नलिखित स्पीड और गियर का पालन करें: - *पहला गियर*: 0-10 किमी/घंटा तक - *दूसरा गियर*: 10-20 किमी/घंटा तक - *तीसरा गियर*: 20-30 किमी/घंटा तक - *चौथा गियर*: 30-40 किमी/घंटा तक - *पांचवां गियर*: 40-50 किमी/घंटा तक - *छठा गियर*: 50 किमी/घंटा से अधिक 1. *क्लच छोड़ना*: गियर बदलने के बाद, क्लच को धीरे-धीरे छोड़ें। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया पूरी होती है। 2. *एक्सीलेटर दबाना*: क्लच छोड़ने के बाद, एक्सीलेटर को दबाएं। इससे कार की स्पीड बढ़ती है। *गियर बदलने के लिए सुझाव:* 1. *क्लच को धीरे-धीरे दबाएं*: गियर बदलने के लिए क्लच को धीरे-धीरे दबाएं। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया आसान...

तंत्र क्रिया

 तंत्र क्रिया या नाड़ी क्रिया शरीर की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों और तंत्रों के बीच संचार और नियंत्रण का काम होता है। यह प्रक्रिया नाड़ियों द्वारा शरीर में फैली हुई है, जो शरीर के विभिन्न भागों से संकेत प्राप्त करती हैं और उन्हें मस्तिष्क तक पहुंचाती हैं। तंत्र क्रिया के मुख्य घटक: 1. नाड़ियाँ: शरीर में फैली हुई नाड़ियाँ जो संकेतों को पहुँचाती हैं। 2. मस्तिष्क: शरीर का नियंत्रण केंद्र जो संकेतों को प्राप्त करता है और निर्णय लेता है। 3. तंत्रिका कोशिकाएँ: नाड़ियों में उपस्थित कोशिकाएँ जो संकेतों को पहुँचाती हैं। तंत्र क्रिया के कार्य: 1. संचार: शरीर के विभिन्न अंगों के बीच संचार करना। 2. नियंत्रण: शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करना। 3. संकेत प्राप्त करना: शरीर के विभिन्न भागों से संकेत प्राप्त करना। 4. प्रतिक्रिया करना: संकेतों के आधार पर प्रतिक्रिया करना। तंत्र क्रिया के प्रकार: 1. स्वैच्छिक तंत्र क्रिया: जिसमें हमारे वश में होती है, जैसे हाथ-पैर हिलाना। 2. अनैच्छिक तंत्र क्रिया: जिसमें हमारे वश में नहीं होती, जैसे दिल की धड़कन। तंत्र क्रिया के व...

गोल गप्पे का पानी घर पर कैसे बनाये

 गोल गप्पे का पानी घर पर कैसे बनाये।।।  अक्सर हम देखते है की मार्किट से मिलने वाले गोलगप्पे वगेरा खाने से बच्चे बीमार पढ़ जाते है तो अब आप अपने घर पर ही गोलगप्पे का पांच तरह का पानी बना सकते है।। 🍒 *पांच तरह के गोल गप्पे का पानी बनाइये घर पर*🌾 तीखा खट्टा गोल गप्पे का पानी सामग्री खटाई का पेस्ट – 4 छोटा चम्मच धनिया मसाला पेस्ट – 3 – 4 छोटा चम्मच काला नमक – 1 छोटीा चम्मच या स्वादानुसार नमक – आधा छोटा चम्मच या स्वादानुसार भूना जीरा पाउडर – 1 छोटा चम्मच ऐसे बनाएं तीखा खट्टा पानी विधी – स्पाइसी (तीखा) खट्टा पानी बनाने के लिए एक बड़ा प्याले में आम की खटाई का पेस्ट और हरा धनिया मसाला पेस्ट डाल दें. – अब इसमें 1 लीटर पानी डालकर मिला लें. फिर इसमें काला नमक, सादा सफेद नमक और भूना जीरा पाउडर डालकर सारे मसालों को अच्छी तरह मिक्स कर लें. – स्वादिष्ट स्पाइसी खट्टा पानी बनकर तैयार है. खट्टा-मिट्ठा गोल गप्पे का पानी सामग्री आम की खटाई का पेस्ट – 4 छोटा चम्मच धनिया मसाला पेस्ट – 2 -3 छोटा चम्मच भूना जीरा पाउडर – 1 छोटा चम्मच काला नमक – 1 छोटा चम्मच या स्वादानुसार नमक – आधा छोटा चम्मच या स्व...

डायबिटीज और शतावरी

 डायबिटीज के मरीज तेजी से फैल रहे हैं। इससे पीड़ित मरीजों के शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होने लगती है। जिससे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। शतावरी एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी बूटी है। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी गई है। शतावरी से इम्यूनिटी मजबूत होती है। इसे पाउडर, लिक्विड, चाय और टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है। अगर अश्वगंधा को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का राजा माना जाता है, तो शतावरी को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की रानी के रूप में जाना जाता है। शतावरी को अंग्रेजी नाम  एस्पेरेगस (Asparagus) है। शतावरी बेल या झाड़ के जैसी दिखने वाली एक जड़ी बूटी है। इसकी हर एक बेल के नीचे 100 से भी अधिक जड़ें होती है। ये कीब 30-100 सेमी लंबी और करीब 1-2 सेमी मोटी होती है। शतावरी डायबिटीज के मरीजो क लिए किसी वरदान से कम नहीं है।