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Showing posts from January, 2025

डायबिटीज

  डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिजीज है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। इस बीमारी को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो दिल के रोगों, किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंच सकता है।  डायबिटीज दो तरह की होती है  एक टाइप-1 डायबिटीज दूसरी टाइप-2 डायबिटीज।  टाइप-1 डायबिटीज जेनेटिक होती है जो बचपन में ही बच्चे को होती है  जबकि टाइप-2 डायबिटीज लाइफस्टाइल और खानपान की खराबी से होने वाला डिजीज है। दोनों तरह की  डायबिटीज  को हर उम्र में कंट्रोल करना जरूरी है।  डायबिटीज का स्तर हर उम्र में मेटाबॉलिज्म, शारीरिक गतिविधि और  हेल्थ  इश्यू के कारण अलग-अलग होता है।  खाना खाने के बाद कितना बढ़ जाता है ब्लड शुगर लेवल? Normal Blood Suga Levels:  डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो आज के समय में तेजी से फैल रही है. यह बुजुर्गों से लेकर जवान लोगों और बच्चों तक में हो रही है. आज डायबिटीज (Diabetes) का प्रमुख कारण हमारा खानपान और लाइफस्टाइल। हालांकि इसके सही समय पर पहचान और कंट्रोल से कई बड़े खतरों को रोका जा सकता है. डायबिटीज में हमें अपने ब्लड श...

टायर खराब होने के कारण

 कार के टायर का रबड़ आमतौर पर 6 से 8 सालों में खराब हो जाता है, लेकिन यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि टायर का उपयोग, ड्राइविंग की आदतें, और टायर की गुणवत्ता। टायर के खराब होने के कारण टायर के खराब होने के कई कारण हो सकते हैं: 1. _उम्र_: टायर की उम्र बढ़ने से उसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है। 2. _उपयोग_: टायर का अधिक उपयोग करने से उसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है। 3. _ड्राइविंग की आदतें_: तेजी से ड्राइविंग करने, तेजी से मोड़ने, और ब्रेक लगाने से टायर की गुणवत्ता खराब हो सकती है। 4. _मौसम_: मौसम की स्थितियाँ, जैसे कि तापमान, आर्द्रता, और धूप, टायर की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं। खराब टायर के फटने की संभावना खराब टायर के फटने की संभावना बढ़ जाती है, खासकर जब आप तेजी से ड्राइविंग कर रहे हों। खराब टायर के फटने से आपकी गाड़ी का नियंत्रण खोने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे दुर्घटना हो सकती है। टायर की एक्सपायरी कैसे चेक करें टायर की एक्सपायरी चेक करने के लिए 1. _टायर के sidewall पर देखें_: टायर के sidewall पर एक कोड लिखा होता है, जिसमें टायर की एक्सपायरी की जानकारी होती है। 2. _कोड को ...

कार मे आक्सीजन सेंसर

 ऑक्सीजन सेंसर (O2 सेंसर) एक महत्वपूर्ण घटक है जो कार के इंजन के प्रदर्शन को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह सेंसर इंजन के निकास गैसों में ऑक्सीजन की मात्रा को मापता है और इस जानकारी को इंजन के कंप्यूटर (ECU) को भेजता है, जो इंजन के प्रदर्शन को समायोजित करने के लिए इसका उपयोग करता है। ऑक्सीजन सेंसर को साफ करने के तरीके: 1. *सेंसर को निकालें*: ऑक्सीजन सेंसर को इंजन के निकास पाइप से निकालें। 2. *सेंसर को साफ करें*: सेंसर को एक सॉफ्ट ब्रश या एक क्लीनिंग सॉल्यूशन से साफ करें। 3. *सेंसर को सुखाएं*: सेंसर को सुखाने के लिए एक साफ कपड़े का उपयोग करें। 4. *सेंसर को वापस लगाएं*: सेंसर को वापस इंजन के निकास पाइप में लगाएं। ऑक्सीजन सेंसर के कारण इंजन का वाइब्रेट करना: ऑक्सीजन सेंसर के कारण इंजन का वाइब्रेट करना एक आम समस्या है। यह समस्या तब होती है जब ऑक्सीजन सेंसर खराब हो जाता है या इसकी संवेदनशीलता कम हो जाती है। इससे इंजन के प्रदर्शन में समस्या होती है और इंजन वाइब्रेट करने लगता है। ऑक्सीजन सेंसर के कारण इंजन का वाइब्रेट करने के पर्सेंट कारण: ऑक्सीजन सेंसर के कारण इंजन का वाइब्रेट करने क...

पेट्रोल और डीजल दोनों प्रकार की कारों में विभिन्न प्रकार के फिल्टर होते हैं जो विभिन्न कार्यों को पूरा करते हैं

 पेट्रोल और डीजल दोनों प्रकार की कारों में विभिन्न प्रकार के फिल्टर होते हैं जो विभिन्न कार्यों को पूरा करते हैं। यहाँ पेट्रोल और डीजल कारों में पाए जाने वाले फिल्टरों की सूची दी गई है: तीन महिना मे कार की फिल्टर चेंज जरूर करवा लेना चाहिए।  पेट्रोल कार में फिल्टर 1. *एयर फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन में जाने वाली हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। 2. *फ्यूल फिल्टर*: यह फिल्टर ईंधन प्रणाली में जाने वाले ईंधन को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। 3. *ओइल फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन के तेल को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। 4. *केबिन एयर फिल्टर*: यह फिल्टर कार के अंदर की हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। डीजल कार में फिल्टर 1. *एयर फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन में जाने वाली हवा को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। 2. *फ्यूल फिल्टर*: यह फिल्टर ईंधन प्रणाली में जाने वाले ईंधन को साफ करता है और धूल, धुएं और अन्य प्रदूषकों को रोकता है। 3. *ओइल फिल्टर*: यह फिल्टर इंजन के तेल क...

शरीर के ये अंग चीख-चीखकर बताते हैं आपको हो गई डायबिटीज

  शरीर के ये अंग चीख-चीखकर बताते हैं आपको हो गई डायबिटीज आंख  डायबिटीज होने पर सबसे पहला असर इसका आंखों में देखने को मिलता है। मेयो क्लिनिक के मुताबिक जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है, तो आंखों की रेटिना में रक्त वाहिकाओं पर असर पड़ता है, जिससे आंखों से जुड़ी कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। पैरों में शुगर की बीमारी होने पर इसका असर पैरों में भी देखने को मिलता है। हालांकि यह पैरों को दो तरह से प्रभावित करता है। पहला पैर में किसी तरह की सनसनी महसूस होना, दूसरा पैरों में ब्लड फ्लो सही से नहीं होना। न सों में जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है, तो इससे तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचता है। इससे पैरों में सुन्नता या दर्द या ठंडापन, झुनझुनीस, जलन, तेज दर्द और ऐंठन जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।   मोजे पहनने पर दर्द अगर आप डायबिटीज का शिकार हो गए हैं, तो आपको पैरों में मोजे और जूते पहनने पर भी दर्द हो सकता है। अगर आपको ऐसा महसूस हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पै रों से पहचाने डायबिटीज है या नही पैरों में जलन होना पैर में दर्द और ऐंठन होना गोली चलना ...

ब्रेक पैड खत्म होने के सिंप्टोम्स और निशानियां 1. _ब्रेक पैड की मोटाई कम होना_: ब्रेक पैड

 कार के ब्रेक पैड खत्म होने के कई सिंप्टोम्स और निशानियां हो सकती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख सिंप्टोम्स और निशानियां दी गई हैं: ब्रेक पैड खत्म होने के सिंप्टोम्स और निशानियां 1. _ब्रेक पैड की मोटाई कम होना_: ब्रेक पैड की मोटाई कम होना एक प्रमुख सिंप्टोम है। यदि ब्रेक पैड की मोटाई 3 मिमी से कम हो जाती है, तो उन्हें बदलने की आवश्यकता होती है। 2. _ब्रेक पैड का ध्वनि करना_: ब्रेक पैड का ध्वनि करना एक अन्य सिंप्टोम है। यदि ब्रेक पैड ध्वनि करते हैं जब आप ब्रेक लगाते हैं, तो यह एक संकेत है कि उन्हें बदलने की आवश्यकता है। 3. _ब्रेक पैड का कंपन करना_: ब्रेक पैड का कंपन करना एक अन्य सिंप्टोम है। यदि ब्रेक पैड कंपन करते हैं जब आप ब्रेक लगाते हैं, तो यह एक संकेत है कि उन्हें बदलने की आवश्यकता है। 4. _ब्रेक का पेडल नरम होना_: ब्रेक का पेडल नरम होना एक अन्य सिंप्टोम है। यदि ब्रेक का पेडल नरम होता है जब आप ब्रेक लगाते हैं, तो यह एक संकेत है कि ब्रेक पैड खत्म हो रहे हैं। 5. _ब्रेक का धुआं निकलना_: ब्रेक का धुआं निकलना एक अन्य सिंप्टोम है। यदि ब्रेक का धुआं निकलता है जब आप ब्रेक लगाते हैं, तो यह एक संकेत...

कार चलते समय अचानक से स्टेरिंग जाम हो जाना एक गंभीर समस्या हो सकती है

 कार चलते समय अचानक से स्टेरिंग जाम हो जाना एक गंभीर समस्या हो सकती है, जो आपकी और अन्य लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताया जा रहा है: स्टेरिंग जाम होने पर क्या करना चाहिए 1. *शांति बनाए रखें*: सबसे पहले, शांति बनाए रखें और घबराहट में न आएं। इससे आपको स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने में मदद मिलेगी। 2. *हैंडब्रेक लगाएं*: यदि संभव हो तो, हैंडब्रेक लगाएं। इससे कार की गति कम होगी और आपको स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। 3. *सुरक्षित स्थान पर जाएं*: कार को सुरक्षित स्थान पर ले जाएं, जैसे कि किनारे पर या पार्किंग में। 4. *इंजन बंद करें*: इंजन बंद करें और कार को सुरक्षित स्थान पर पार्क करें। 5. *स्टेरिंग की जांच करें*: स्टेरिंग की जांच करें और देखें कि क्या इसमें कोई समस्या है। 6. *मैकेनिक की मदद लें*: यदि स्टेरिंग जाम होने की समस्या बनी रहती है, तो मैकेनिक की मदद लें। वे स्टेरिंग की समस्या का पता लगा सकते हैं और इसे ठीक कर सकते हैं। स्टेरिंग जाम होने के कारण स्टेरिंग जाम होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ...

कार चलाते समय आधा क्लच दबाने के नुकसान

 कार चलाते समय गियर बदलने के लिए क्लच का उपयोग करना आवश्यक है। क्लच को पूरा दबाना चाहिए, क्योंकि आधा क्लच दबाने से गाड़ी के अंदर और ड्राइविंग में कई नुकसान हो सकते हैं। आधा क्लच दबाने के नुकसान आधा क्लच दबाने से निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैं: 1. _गियरबॉक्स की खराबी_: आधा क्लच दबाने से गियरबॉक्स की खराबी हो सकती है, क्योंकि गियरबॉक्स को सही से बदलने के लिए क्लच को पूरा दबाना आवश्यक है। 2. _क्लच की खराबी_: आधा क्लच दबाने से क्लच की खराबी हो सकती है, क्योंकि क्लच को सही से दबाने के लिए पूरा दबाना आवश्यक है। 3. _गाड़ी की गति में कमी_: आधा क्लच दबाने से गाड़ी की गति में कमी आ सकती है, क्योंकि गियरबॉक्स को सही से बदलने के लिए क्लच को पूरा दबाना आवश्यक है। 4. _गाड़ी के इंजन की खराबी_: आधा क्लच दबाने से गाड़ी के इंजन की खराबी हो सकती है, क्योंकि इंजन को सही से चलाने के लिए गियरबॉक्स को सही से बदलना आवश्यक है। क्लच को पूरा दबाने के फायदे क्लच को पूरा दबाने से निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं: 1. _गियरबॉक्स की सुरक्षा_: क्लच को पूरा दबाने से गियरबॉक्स की सुरक्षा होती है, क्योंकि गियरबॉक्स को सही...

कार को स्टार्ट करने के बाद में सेकंड गियर में चलाने से कई नुकसान हो सकते हैं।

 कार को स्टार्ट करने के बाद में सेकंड गियर में चलाने से कई नुकसान हो सकते हैं। नुकसान 1. *इंजन की खराबी*: कार को स्टार्ट करने के बाद में सेकंड गियर में चलाने से इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, जिससे इंजन की खराबी हो सकती है। 2. *गियरबॉक्स की खराबी*: सेकंड गियर में चलाने से गियरबॉक्स पर भी दबाव पड़ सकता है, जिससे गियरबॉक्स की खराबी हो सकती है। 3. *कार की गति में कमी*: सेकंड गियर में चलाने से कार की गति में कमी आ सकती है, क्योंकि सेकंड गियर में कार की गति कम होती है। 4. *ईंधन की खपत में वृद्धि*: सेकंड गियर में चलाने से ईंधन की खपत में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि सेकंड गियर में इंजन को अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है। 5. *कार के नियंत्रण में कमी*: सेकंड गियर में चलाने से कार के नियंत्रण में कमी आ सकती है, क्योंकि सेकंड गियर में कार की गति और दिशा को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। क्यों नहीं करना चाहिए कार को स्टार्ट करने के बाद में सेकंड गियर में चलाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह कार के इंजन, गियरबॉक्स, और अन्य भागों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, यह कार की गति और नियंत्रण को...

हेडलाइट से परेशानी को दूर करने के तरीके

 नए कार ड्राइवर रात को ड्राइविंग करने में हेडलाइट से परेशान हो सकते हैं, लेकिन यह परेशानी कुछ आसान तरीकों से दूर की जा सकती है: हेडलाइट से परेशानी को दूर करने के तरीके 1. हेडलाइट की ऊंचाई को समायोजित करें*: हेडलाइट की ऊंचाई को समायोजित करके आप अपने सामने के रास्ते को अच्छी तरह से देख सकते हैं और हेडलाइट की रोशनी से परेशानी कम हो सकती है। 2. हेडलाइट की दिशा को समायोजित करें*: हेडलाइट की दिशा को समायोजित करके आप अपने सामने के रास्ते को अच्छी तरह से देख सकते हैं और हेडलाइट की रोशनी से परेशानी कम हो सकती है। 3. एंटी-ग्लेयर मिरर का उपयोग करें*: एंटी-ग्लेयर मिरर का उपयोग करके आप हेडलाइट की रोशनी से परेशानी कम कर सकते हैं। यह मिरर हेडलाइट की रोशनी को कम कर देता है और आपको अपने सामने के रास्ते को अच्छी तरह से देखने में मदद करता है। 4. पोलराइज्ड ग्लासेज़ का उपयोग करें*: पोलराइज्ड ग्लासेज़ का उपयोग करके आप हेडलाइट की रोशनी से परेशानी कम कर सकते हैं। यह ग्लासेज़ हेडलाइट की रोशनी को कम कर देते हैं और आपको अपने सामने के रास्ते को अच्छी तरह से देखने में मदद करते हैं। 5. हेडलाइट की रोशनी को कम कर...

ATM CARD save करने से बचें

  आज के दौर में साईबर अपराधियों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि एक गलती से आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. ऐसे में आपको अपने बैंक अकाउंट से जुड़ी हर चीज को लेकर सावधान रहने की जरूरत है. खासतौर से बात जब ATM Card या क्रेडिट कार्ड की हो तो सावधानी और ज्यादा बढ़ जाती है.  दरअसल, ये सीधे तौर पर आपके बैंक अकाउंट से जुड़े होते हैं और इनको लेकर आपकी गलती आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है. चलिए, अब आपको बताते हैं कि आखिर वह कौन सा नंबर है, जिसे लेकर RBI ने भी कहा है कि उसे कार्ड से मिटा दें या छुपा दें. किस नंबर को मिटाना है आपके पास जितने भी एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड होंगे, उन सब पर 3 अंकों का CVV नंबर जरूर होगा. इस नंबर को कहते हैं Card Verification Value. आप कहीं भी पेमेंट करते हैं तो इस नंबर की जरूरत पड़ती है, बिना इस नंबर के आपका कार्ड वेरिफाई नहीं होता. ऐसे में अगर ये नंबर कार्ड की जानकारी के साथ किसी फ्रॉड के हाथों में लग गया तो आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. यही वजह है कि आरबीआई कहता है कि हमेशा आपको अपने कार्ड पर लिखे CVV नंबर को छिपा कर रखना चाहिए या फिर संभव हो त...