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Showing posts from November, 2024

एलन मस्क

 एलन मस्क: वो इंसान जिसने असंभव को संभव कर दिखाया एलन मस्क, एक ऐसा नाम जो कल्पना से परे सोचता है और उसे हकीकत में बदल देता है। बचपन में जिन्हें लोग "Daydreamer" कहते थे, वो आज दुनिया के सबसे बड़े इनोवेटर्स और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत, और जुनून का एक ऐसा मेल है, जो हर किसी को अपनी ओर खींचता है।   एलन मस्क कौन हैं ?  28 जून 1971 को दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में जन्मे एलन मस्क बचपन से ही विज्ञान और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखते थे। महज 12 साल की उम्र में उन्होंने एक वीडियो गेम "ब्लास्टार" बनाया और इसे 500 डॉलर में बेच दिया। स्कूल में वे अक्सर बुलींग का शिकार हुए, लेकिन उनका फोकस कभी नहीं टूटा।   जब उनसे पूछा गया कि वे इतने बड़े सपने कैसे देखते हैं, तो उनका जवाब था, "अगर आपको बदलाव चाहिए, तो आपको उसकी शुरुआत खुद करनी होगी।" उनकी अद्भुत सफलताएँ 1. पेपल (PayPal): 1999 में, उन्होंने X. com की शुरुआत की, जो आज के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम का आधार बना। बाद में, यह PayPal बन गया और eBay ने इसे 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया। ...

कार चलना सिखाने वाले जो ड्राइविंग अभी-अभी सीख रहे हैं

 कार चलना सिखाने वाले जो ड्राइविंग अभी-अभी सीख रहे हैं, उनको गियर बदलने की प्रक्रिया को समझना बहुत जरूरी है। यहाँ गियर बदलने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है: *गियर बदलने की प्रक्रिया:* 1. *क्लच दबाना*: गियर बदलने के लिए सबसे पहले क्लच को पूरी तरह से दबाएं। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया शुरू होती है। 2. *गियर बदलना*: क्लच दबाने के बाद, गियर बदलने के लिए गियर लीवर को घुमाएं। गियर बदलने के लिए निम्नलिखित स्पीड और गियर का पालन करें: - *पहला गियर*: 0-10 किमी/घंटा तक - *दूसरा गियर*: 10-20 किमी/घंटा तक - *तीसरा गियर*: 20-30 किमी/घंटा तक - *चौथा गियर*: 30-40 किमी/घंटा तक - *पांचवां गियर*: 40-50 किमी/घंटा तक - *छठा गियर*: 50 किमी/घंटा से अधिक 1. *क्लच छोड़ना*: गियर बदलने के बाद, क्लच को धीरे-धीरे छोड़ें। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया पूरी होती है। 2. *एक्सीलेटर दबाना*: क्लच छोड़ने के बाद, एक्सीलेटर को दबाएं। इससे कार की स्पीड बढ़ती है। *गियर बदलने के लिए सुझाव:* 1. *क्लच को धीरे-धीरे दबाएं*: गियर बदलने के लिए क्लच को धीरे-धीरे दबाएं। इससे गियर बदलने की प्रक्रिया आसान...

तंत्र क्रिया

 तंत्र क्रिया या नाड़ी क्रिया शरीर की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें शरीर के विभिन्न अंगों और तंत्रों के बीच संचार और नियंत्रण का काम होता है। यह प्रक्रिया नाड़ियों द्वारा शरीर में फैली हुई है, जो शरीर के विभिन्न भागों से संकेत प्राप्त करती हैं और उन्हें मस्तिष्क तक पहुंचाती हैं। तंत्र क्रिया के मुख्य घटक: 1. नाड़ियाँ: शरीर में फैली हुई नाड़ियाँ जो संकेतों को पहुँचाती हैं। 2. मस्तिष्क: शरीर का नियंत्रण केंद्र जो संकेतों को प्राप्त करता है और निर्णय लेता है। 3. तंत्रिका कोशिकाएँ: नाड़ियों में उपस्थित कोशिकाएँ जो संकेतों को पहुँचाती हैं। तंत्र क्रिया के कार्य: 1. संचार: शरीर के विभिन्न अंगों के बीच संचार करना। 2. नियंत्रण: शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करना। 3. संकेत प्राप्त करना: शरीर के विभिन्न भागों से संकेत प्राप्त करना। 4. प्रतिक्रिया करना: संकेतों के आधार पर प्रतिक्रिया करना। तंत्र क्रिया के प्रकार: 1. स्वैच्छिक तंत्र क्रिया: जिसमें हमारे वश में होती है, जैसे हाथ-पैर हिलाना। 2. अनैच्छिक तंत्र क्रिया: जिसमें हमारे वश में नहीं होती, जैसे दिल की धड़कन। तंत्र क्रिया के व...